कल कंप्यूटर के किसी महाज्ञानी ने मेरे पुराने ब्लॉग में सेंध लगाते हुए उसे मिटा दिया | काफी कोशिश करने के बावजूद भी मैं उसे दोबारा नहीं पा सका | पता नहीं किसी को यूँ बेवजह दूसरे की चीजें हैक करने में कितनी ख़ुशी मिलती है...
इस दुःख से उबरने में मेरे कई दोस्तों ने मेरी मदद की, जिसके लिए मैं उनका शुक्रगुजार हूँ |
आज फिर से एक नयी उर्जा के साथ अपना नया ब्लॉग आपके हवाले कर रहा हूँ | उम्मीद करता हूँ मेरे उस पुराने आशियाने की तरह ही मेरा ये नया बसेरा भी आपको पसंद आएगा |
इस ब्लॉग पर रचनाओं का सिलसिला अगले सोमवार यानि १३ दिसंबर से शुरू हो जायेगा... आपसे बस यही गुजारिश है कि जल्द से जल्द मेरे इस नए बसेरे को अपनी उपस्थिति से हरा भरा कर दें....